Paper Code 108) D.Ed (VI, HI, MR) (Common Paper) Unit 1.5 Prevocational education व्यवसाय पूर्व शिक्षा
1.5. Prevocational education
व्यवसाय पूर्व
शिक्षा
सफल जीवन जीने के लिए दृष्टिदोष वाले व्यक्ति को रोजगार
दिलाना आवश्यक है| रोजगार प्राप्त
होने से व्यक्ति का आत्म सम्मान बढ़ता है
और उसमें सुरक्षा की भावना आती है| इसके लिए विश्व
भर में जागरूकता बढ़ रही है कि विकलांग व्यक्तियों को सही प्रकार की शिक्षा प्रदान
की जाए, क्योंकि दृष्टिदोष
वाले व्यक्ति के जीवन का स्तर तभी सुधारा जा सकता है, जब उन्हें रोजगार प्राप्त हो सके| इसके लिए दृष्टिदोष वाले बच्चों की प्राथमिक शिक्षा
की पाठचर्या में व्यवसाय पूर्व कौशलों को बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए और पाठचर्या
में व्यवसायिक शिक्षा को भी उचित स्थान लेना चाहिए| अतः व्यवसाय पूर्व शिक्षा के
लिए शिक्षा के ऐसे मॉडलों को अपनाना चाहिए, जो दृष्टिदोष वाले बालकों को विद्यालयी
स्तर से ही व्यवसायिक शिक्षा प्रदान कर सके| ऐसे ही एक अन्य मॉडल है—‘मुक्त शिक्षा
प्रणाली’
यह प्रणाली शिक्षार्थी को अपनी क्षमताओं के
अनुसार अपने स्थान, अपनी गति और अपने समय पर अध्ययन की सुविधा प्रदान करती है|
दूसरे शब्दों में ‘मुक्त शिक्षा प्रणाली’
औपचारिक शिक्षा प्रणाली के पूरक विकल्प का काम करती है|
राष्ट्रीय मुक्त
शिक्षण संस्थान
राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान की शाखाएं पूरे
देश में है, और यह पढ़ने वालों को विभिन्न विकल्प प्रदान करता है| यह माध्यमिक
स्तर पर कई शैक्षिक और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को उपलब्ध कराता है| जैसे--कम दृष्टि
वाले व्यक्तियों के लिए सिलाई, कटाई, टाइपिंग, कंप्यूटर पर टाइप करना, मुर्गी पालन,
जूट उत्पादन, बढ़ाई गिरी आदि|
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय
मुक्त विश्वविद्यालय
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
में विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक और व्यवसायिक दोनों स्तर के पाठ्यक्रम उपलब्ध
हैं| शैक्षिक पाठ्यक्रमों के अंतर्गत बी.ए., बी.कॉम., एम.एस.सी., एम.कॉम., जैसे
पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के अंतर्गत बी.ए. बी.सी.ए., M.Ed.,
P.Hd. तथा पोषण और स्वास्थ्य में डिप्लोमा जैसे कार्यक्रम है|
इसके अतिरिक्त कुछ पाठ्यक्रम ब्रेल में और
श्रव्य कैसिटों के रूप में भी उपलब्ध है|
तकनीकी संस्थान
तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में पहले दृष्टिदोष
वाले बालकों के लिए कम अवसर उपलब्ध थे परंतु अब जागरूकता बढ़ने के परिणाम स्वरूप
स्थिति में तेजी से बदलाव हो रहा है| भारतीय पुनर्वास परिषद ने एक 6 हफ्ते का कार्यक्रम तैयार किया है| जिसमें
पॉलिटेक्निक संस्थाओं के प्रशिक्षकों यह प्रशिक्षण दिया जाता है कि दृष्टिदोष वाले
व्यक्तियों को किस प्रकार पढ़ाना चाहिए, पढ़ाने के लिए कौन-कौन से विषय चुने जाने
चाहिए और शिक्षण सामग्रीयां किस प्रकार की हो| इस प्रकार से दृष्टिदोष वाले
व्यक्ति उन संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे, कुछ नियमित पाठ्यक्रमों में दाखिला पा
सकेंगे एवं उनके रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे|
व्यवसाय पूर्व
शिक्षा
मुफ्त शिक्षा प्रणाली के अनुसार शिक्षा प्रदान
करना| यह प्रणाली शिक्षार्थी को अपनी क्षमताओं के अनुसार अपने स्थान, अपने समय तथा
अपने गति पर अध्ययन की सुविधा प्रदान करना है|
“मुक्त शिक्षा प्रणाली अनौपचारिक शिक्षा
प्रणाली के पूरक विकल्प का काम करती है|”
* राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान
* इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
* तकनीकी संस्थान
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